धौलाविरा नगर प्राचीर द्वारा संरक्षित समानांतर चतुर्भुज के आकार में था ।
यह नगर आज गुजरात के कच्छ जिले के भचाऊ तालुका में एक छोटा सा गाँव है ।
इसकी खोज १९६७-६८ में जे पी जोशी ने की थी ।
यहाँ से हड़प्पा सभ्यता के तिन चरणों का पता चलता है ।
यहाँ से घोडे के अवशेष एवं जानवर की कांस्य आकृति प्राप्त होती है ।
हड़प्पा सभ्यता का एकमात्र स्टेडियम यही से प्राप्त हुआ है ।
यहाँ की सबसे आश्चर्यजनक वस्तु विशाल जलाशय है ।
यह नगर तिन भागों में विभाजित था -दुर्ग ,मध्य तथा निचला नगर ।
6 comments:
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jaankari k liye dhanyavaad
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