Friday, April 17, 2009

कुछ जानिए भारतीय इतिहास के बारे में ...

अरबों ने अंक पद्धति भार्वासियों से सिखा ।
मत्स्य पुराण में लिंग पूजा का उल्लेख मिलता है ।
कालिदास शिवोपासक थे ।
भारवि ने अपने महाकाव्य किरातार्जुनीय में अर्जुन और शिव के बिच युद्ध का वर्णन किया है ।
वाकातक शासक प्रवार्शें द्वितीय को सेतुबंध नामक कृति का रचयिता माना जाता है ।
कनिष्क के दरबार में पार्श्व ,वसुमित्र और अश्वघोष जैसे विद्वान् थे ।
मेगास्थनीज के अनुसार मौर्य काल में बिक्री कर नही देने वाले को मृत्यु दंड मिलता था ।
बौध धर्म के अनुसार महापरिनिर्वान मृत्यु के बाद ही संभव है ।

1 comment:

Sanjay Singh said...

Dear, Markandey ji,

Mujhe aapka ye chheez bahut hi pasand aaya ki aap itne achhe wrighter ban gaye hain. main aapka blogs dekha bahut hi achha hain. main asha karata hoo ki aap aise hi logo jankari dete rahange aur ise lagataar jari rakhenge.

thanks
sanjay
siwan
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