Sunday, April 19, 2009

बेरी -बेरी और पेलाग्रा रोग ..

बेरी बेरी रोग विटामिन B1 की कमी से होता है ।
इस विटामिन को एन्तिन्युरेतिक फैक्टर भी कहते है ।
बेरी -बेरी का रोग उन क्षेत्रों में अधिक होता है जहाँ पर पालिश किया हुआ चावल खाया जाता है ।
दालें , हरी पत्तीदार सब्जियां ,मुगफली आदि इसके प्रमुख स्रोत है ।
यकृत ,वृक्क ,दूध तथा अंडे की जर्दी में यह विटामिन पाया जाता है ।
चोकरयुक्त आटे की रोटी और दलिया इसके सर्वोत्तम स्रोत है ।


पेलाग्रा नामक रोग विटामिन B7 की कमी से होता है ।
इस विटामिन को नाइसिन या निकोटिनिक अम्ल कहते है ।
पेलाग्रा सामान्यतः उन क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है जहाँ मक्का प्रमुख आहार है ।
मक्का शरीर में नाइसिन के अवशोषण में बाधक है , जिसके कारण यह रोग होता है ।
पेलाग्रा के प्रमुख लक्षण है - त्वचा में जलन ,छाजन ,स्मृति विकार , अतिसार आदि ।
इस रोग को 4D सिंड्रोम भी कहते है ।
मटर , अन्न की भूसी ,सेम ,हरी पत्तेदार सब्जियाँ , कॉफी , यकृत , मछली ,दूध आदि विटामिन B7 के प्रमुख स्रोत है

1 comment:

AMBRISH MISRA ( अम्बरीष मिश्रा ) said...

सबसे अच्छा ब्लॉग है मेरे ज्ञान के लिए